स्मृति ईरानी को तुरंत बर्खास्त करें मोदी : कांग्रेस

नयी दिल्ली।कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बर्खास्तगी की मांग करते हुए शनिवार को कहा कि उनकी बेटी अपनी मां के ओहदे का इस्तेमाल करके गोवा में फर्जी लाइसेंस से ‘कैफे एंड बार’ चला रही हैं।कांग्रेस संचार विभाग की प्रमुख जयराम रमेश, मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा और महिला कांग्रेस अध्यक्ष नेटा डिसूजा ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सूचना के अधिकार-आरटीआई से खुलासा हुआ है कि श्रीमती ईरानी की पुत्री जोइश ईरानी ने गोवा में स्थित अपने ‘सिली सोल्स कैफे एंड बार’ के लिए फ़र्ज़ी दस्तावेज़ के ज़रिए ‘बार लाइसेंस’ जारी करवाया है।श्री डिसूजा ने कहा कि आरटीआई लगाने वाली वकील को सूचना मिली है कि गत 22 जून को बार के लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए जिस ‘एंथनी डीगामा’ के नाम से आवेदन किया गया उनकी पिछले साल मई में ही मौत हो चुकी है और आरटीआई लगाने वाले वकील को इनका मृत्यु प्रमाण पत्र भी मिला है। एंथनी के आधार कार्ड से पता चला है कि वह मुंबई के विले पार्ले के रहने वाले थे।कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मामला विषय केंद्रीय मंत्री से जुड़ा है इसलिए सारे नियम ताक पर रख कर लाइसेंस जारी किया गया। गोवा की आबकारी नीति के मुताबिक राज्य में केवल मौजूदा रेस्टोरेंट को एक बार की शर्त पर सिर्फ एक लाइसेंस मिल सकता है लेकिन पिछले साल फरवरी में श्रीमती ईरानी के पारिवारिक रेस्टोरेंट को विदेशी शराब की खुदरा बिक्री के साथ ही भारत में निर्मित विदेशी और देशी शराब की खुदरा बिक्री के लिए भी लाइसेंस मिला।उन्होंने कहा कि दस्तावेजों से पता चला है कि बार लाइसेंस के लिए आवश्यक रेस्तरां लाइसेंस के बिना ही बार लाइसेंस जारी हुआ है। इस संदर्भ में यह सूचना और चौकाने वाली है कि फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद भाजपा सरकार ने उत्पाद शुल्क आयुक्त नारायण गड को परेशान करने का खेल शुरू कर दिया। उन्होंने ही केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी द्वारा चलाए जा रहे इस अवैध बार और रेस्तरां को कारण बताओ नोटिस भेजा था।कांग्रेस नेताओं ने श्रीमती ईरानी से सवाल किया कि वह बताएं कि यह धांधली किसके इशारे पर हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर तरह-तरह के सवाल पूछने वाली श्रीमती ईरानी आज अपने पारिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप पर चुप क्यों हैं?