लखनऊ । सिटी मोन्टेसरी स्कूल के अभिभावकों ने महामारी के इस कठिन दौर में भी अपने बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने के लिए सी.एम.एस. शिक्षकों एवं स्कूल प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया है। इसके लिए अभिभावकों ने एक ओर जहाँ बच्चों के ऑनलाइन पढ़ाई करवाने के प्रति शिक्षकों के समर्पण एवं प्रतिबद्धता की तारीफ की है, तो वहीं दूसरी ओर स्कूल प्रशासन की भी ऑनलाइन कक्षाओं को जारी रखने के निर्णय की सराहना की है।
1. ‘‘मैं अपने बेटे अबीर की शिक्षिका व स्कूल प्रशासन को धन्यवाद देना चाहती हूँ कि उन्होंने इस महामारी के दौरान भी बच्चों को इतनी अच्छी पढ़ाई करवाई है। हम ऑनलाइन कक्षाओं में उसकी प्रगति से काफी संतुष्ट हैं।’’ – शाजिया मलिक, माँ, अबीर मलिक, गोमती नगर प्रथम कैम्पस।
2. ‘‘हम बहुत खुश है कि हमारी बेटी ने समर कैम्प के अन्तर्गत ऑनलाइन कक्षाओं से बहुत कुछ सीखा। हालाकि सी.एम.एस. में मेरी बेटी का यह प्रथम वर्ष ही था किन्तु माम मैजिक, राइज़ और शाइन आदि जैसी कई एक्टिविटीज में प्रतिभाग होकर उसने बहुत कुछ सीखा। सभी शिक्षकों ने बहुत ही अच्छी तरह से इन कक्षाओं को संचालित किया। – माँ, सागरिका गुलाटी, कक्षा-1-एफ, राजेन्द्र नगर, प्रथम कैम्पस।
3. ‘‘समर कैम्प के अंतर्गत आयोजित इन कक्षाओं के इस अभिनव विचार ने लाकडाउन के इस कठिन समय में भी हमारे बच्चों को नियमित रूप से पढ़ाई करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह क्लास हमारे बच्चों के कौशल को बहुत अधिक बढ़ा रहा है।’’ – अभिभावक, वानिया जैदी, नर्सरी-ए, राजेन्द्र नगर द्वितीय कैम्पस।
4. ऑनलाइन कक्षायें बच्चों को अनुशासन, ज्ञान, शिष्टाचार आदि जैसी कई अन्य चीजों को सीखने में बहुत सहायक सिद्ध हुई साथ ही इससे बच्चों को अपनी संस्कृति एवं त्योहारों को भी जानने का अवसर मिला। सी.एम.एस. परिवार को मेरी बेटी को प्रेम और सुरक्षा के साथ उसके व्यक्तित्व निर्माण के लिए हार्दिक धन्यवाद। – तरन्नुम खान, माँ, आयशा फैज्या़ब खान, कक्षा 1-ई, राजेन्द्र नगर प्रथम कैम्पस।
5. ‘‘जैसा कि हम जानते हैं कि छोटे बच्चों को ऑनलाइन पढाना आसान नहीं है। लेकिन आप लोग यह निश्चित करते हैं कि प्रत्येक बच्चे पर ध्यान दिया जाए और पढाई में कोई रूकावट न आए आप सीएमएस शिक्षकगण एक सच्चे रत्न हैं।’’ – अभिभावक, देवांश गुप्ता, मोन्टेसरी-ए, गोमती नगर प्रथम कैम्पस।
सी.एम.एस. संस्थापक प्रबंधक डॉ जगदीश गांधी ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण सभी कक्षाओं के छात्रों की पढ़ाई में अभी तक बहुत बड़ा नुकसान हो चुका है। इस स्थिति को देखते हुए संस्था ने केवल 8 दिन का ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया ताकि वे समय पर पाठयक्रम पूरा करा सकें और सभी छात्रों की पढ़ाई के नुकसान की भरपाई कर सकें।