बहराइच। इस समय मानसून बरसात का समय शुरू हो चुका है। बरसात के साथ-साथ तेज हवाएं भी चलती है। जिसके कारण गन्ना फसल गिरने की संभावना बढ़ जाती है। इस वर्ष गन्ने की फसल अच्छी है इसलिए यह बहुत जरुरी है कि सभी किसान अपनी गन्ने की पेडी पौधा फसल में मिट्टी जरूर चढ़ाये। मिट्टी चढाने से पूर्व 100 किलो पारले ऑर्गनिक पोटाश को 25 किलो यूरिया के साथ मिलाकर प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करे। उसके बाद लाइन में मिट्टी चढ़ाये। मिट्टी कुदाल या फावड़ा से चढ़ा सकते है। गन्ने की फसल में मिट्टी चढाने के कई फायदे है जैसे – मिट्टी चढाने के बाद गन्ने की फसल गिरती नहीं है। जड़ो का विकास अच्छा होता है जिससे गन्ने की बढ़वार अच्छी होती है। खरपतवार नियंत्रण होता है, खाद एवं उर्वरको का समुचित उपयोग होता है यानि फसल को सभी पोषक तत्व आसानी से उपलब्ध हो जाते है। जल निकास में भी सहायता मिलती है। अवांछित कल्लो का विकास रुक जाता है केवल उन्ही कल्लो का विकास होगा जिनसे पैदावार मिलेगी। उपरोक्त सभी बातो को ध्यान में रखते हुए गन्ने की फसल में सभी किसान मिट्टी जरूर चढ़ाये जिससे पैदावार अच्छी मिल सके और किसानो की आमदनी में इज़ाफ़ा हो सके। यह जानकारी पारले कंपनी के एसोसिएट मुख्य गन्ना प्रबंधक संजीव राठी ने फील्ड भ्रमण के दौरान ग्राम मरौचा, गजपतिपुर व पदमपिछोरा के गन्ना किसानों को दी। इस दौरान काफी संख्या में किसान, पारले कंपनी के अन्य अधिकारी सूबेदार, अमरेंद्र, रुचिन, अखंड व अमर मौजूद रहे।
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