लखनऊ । रामजन्मभूमि घोटाले पर लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा है कि ट्रस्ट में भ्रष्टाचारी भरे हैं, चंपत राय पर लगे आरोप को प्रधानमंत्री जी चुप्पी क्यों साधे हुए हैं जवाब दें सिंह ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण मामले में पहली बार भ्रष्टाचार नहीं हुआ है ? जब से भाजपा ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा उठाया है तब से चंदा तो ही इकट्ठा किया है। क्या किसी ने कोई हिसाब मांगा ? ट्रस्ट तो भ्रष्टाचारियों से भरा पड़ा है यह तो राम मंदिर के नाम पर भ्रष्टाचार का पहला नमूना मात्र है |जिस देश में लाखों बच्चे भूखे पेट सो जाते हैं, जिस देश में राज लाखों लोग भूखे मर जाते हैं, जिस देश में कोरोना महामारी में इलाज के अभाव में लोगों ने दम तोड़ दिया उसी देश में राम मंदिर निर्माण के लिए 19 दिन में 2100 करोड़ रुपये इकट्ठे हुए हैं। मतलब चंदा इकट्ठा करना था 1100 करोड़ और इकट्ठा हो गया 2100 करोड़। चंदा इकट्ठा करने में कितने घोटाले हुए हैं यह सामने आना बाकी ?हिंदू आस्था का अपमान है।इस घोटाले के सामने आने से यह साफ हो गया है कि ट्रस्ट के लोग मर्यादा पुरूषोत्तम राम के चरित्र से एक शब्द भी नहीं सिख पायें। उल्टा राम निर्माण के लिये एकत्रित हुये चंदे का घृणित दुरूपयोग व मंदिर जमीन खरीदने में करोड़ों का घोटाला अब जगजाहिर है। श्रीराम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े जिन लोगों पर टाला करने के आरोप लगे हैं। उन्हें उनके पद से हटाने की मांग की है।
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