सोनभद्र। एनटीपीसी रिहंद ने ग्रामीण पृष्टभूमि की बालिकाओं के शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण एवं सशक्तिकरण हेतु प्रयास कर उनकी उन्नति के लिए “बालिका सशक्तिकरण अभियान” आयोजित किया। एक माह तक चलने वाले इस अभियान का समापन एनटीपीसी रिहंद के मुख्य महाप्रबंधक देबब्रत पॉल के गरिमामई उपस्थिती में हुआ।कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत सम्बोधन और अतिथियों के अभिनंदन से हुई। तत्पश्चात मुकया महाप्रबंधक एवं अन्य महाप्रबंधक ने अपने कर कमलों से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत करने की अनुमति दी। दीप प्रज्वलन में एनटीपीसी रिहंद के मुख्य महाप्रबंधक देबब्रत पॉल, वर्तिका महिला मण्डल समिति अध्यक्षा ऋतुपर्णा पॉल, सभी महाप्रबंधकगण, , वर्तिका महिला मण्डल समिति के पदाधिकारी गण, यूनियन असोशिएशन के पधाधिकारी गण, बालिकाओं के अभिभावक एवं एनटीपीसी रिहंद के कर्मचारी उपस्थित थे।दीप प्रज्वलन के पश्चात एनटीपीसी गीत बजाया गया । कार्यक्रम में देबब्रत पॉल ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को प्रमाण पत्र देकर उन्हे प्रोत्साहित किया।अपने सम्बोधन में उन्होने कहा की “महिलाओं एवं बालिकाओं को आगे बढ्ने की प्रेरणा देने की ज़रूरत है। इस दिशा में एनटीपीसी का अभियान निश्चित रूप से एक अच्छी पहल है। एनटीपीसी का स्थान भारत में एक बड़े पीएसयू के रूप में है एवं नैगम सामाजिक दायित्व के अंतर्गत आस पास के गाँव में काम किया जा रहा है। मैं ये कामना करता हूँ की एनटीपीसी आस पास के गाँव के बच्चों के उत्साह वर्धन के लिए औध्योगिक दौरे जैसे कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा। मैं ये भी आशा करती हूँ की ये बालिकाएँ इसी तरह आगे बढ़ते रहें और अपने सपनों को पूरा करें”।देबब्रत पॉल ने आगे कहा कि “जबसे इस सशक्तिकरण अभियान कि शुरुआत कि गयी थी तब से ले कर अभी तक मैं इन बालिकाओं में सार्थक बदलाव देख रहा हूँ। बहुत कम दिनों में बालिकाओं कि प्रतिभा और आत्मविश्वास में बढ़ोतरी दिख रही है। अभियान के द्वारा हल्के से सहयोग मात्र से बालिकाओं कि प्रतिभा में वृद्धि आई है। बालिका सशक्तिकरण अभियान का यही उद्देश्य है कि बालिकाओं कि प्रतिभा को और बढ़ोतरी मिले। मैं इन बच्चियों के उज्ज्वल भविष्य कि कामना करता हूँ”।कार्यक्रम के औपचारिक भाग के बाद विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम किए गए। सर्वप्रथम स्वागत गीत गा कर बालिकाओं ने अतिथियों का स्वागत किया जिसके पश्चात गणेश वंदना से बालिकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की कड़ी की मंगल शुरुआत की।इस कड़ी में बालिकाओं ने बालिका सशक्तिकरण के प्रसंग में विभिन्न गीत गाए एवं नाटक कला की। कार्यक्रम में भारत की संस्कृति को प्रमुखता से दिखने के लिए अलग अलग राज्यों के लोक नृत्य भी दिखाये गए। सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बालिकाओं ने बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया एवं अद्भुत प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में मौजूद सभी अतिथि बालिकाओं की प्रतिभा से मन्त्रमुग्ध हो गए और बच्चियों की मेहनत की भूरी भूरी प्रशंसा की।समापन समारोह का उद्देश्य बालिकाओं की निखरती प्रतिभा को दर्शाते हुए उनके हुनर को बढ़ावा देना था। एनटीपीसी रिहंद इन बालिकाओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है।
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