वॉशिंगटन। अमेरिका के टेक्सस में 18 साल के युवक ने रॉब एलिमेंटरी स्कूल में गोलीबारी कर 18 बच्चों समेत 21 लोगों की जान ले ली। बीते पांच सालों में यह सबसे घातक हमला है। अगर इतिहास को देखें, तो ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब अमेरिकी स्कूल या कॉलेज सिरफिरों का शिकार बने हैं। आंकड़े बताते हैं कि अब तक सैकड़ों लोग इस तरह घटनाओं में जान गंवा चुके हैं।कोलोराडो के लिटलटन में दो छात्रों ने हमला कर 12 साथियों की हत्या कर दी थी। उस दौरान एक शिक्षक की भी मौत हुई थी और कई लोग घायल हो गए थे। इस हिंसक घटना को अंजाम देने के बाद दोनों हमलावरों ने भी खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। एक 16 साल के छात्र ने मिनेसोटा के घर पर अपने दादाजी और उनके साथी की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने नजदीक स्थित रेड लेक हाईस्कूल का रुख किया और 5 छात्रों को मौत के घाट उतार दिया। हमलावर ने खुद को मारने से पहले 5 छात्रों, एक शिक्षक और सिक्युरिटी गार्ड को भी मार दिया था। यहां 23 साल के छात्र ने वर्जीनिया के ब्लैक्सबर्ग स्थित परिसर को निशाना बनाया। हमलावर ने खुद को मारने से पहले 32 लोगों की जान ली और 2 दर्जन से ज्यादा को घायल कर दिया था।कनेटिकट के न्यूटाउन में 19 साल का लड़का 27 लोगों की मौत का कारण बना। यहां हमलावर ने घर पहले अपनी मां की जान ले ली। इसके बाद नजदीकी सैंडी हुक एलिमेंटरी में जाकर 20 छात्रों और 6 शिक्षकों को मारा। इसके बाद आरोपी ने भी अपनी जान दे दी। ओरिगॉन के रोजबर्ग में एक व्यक्ति ने खुदकुशी से पहले 9 लोगों को मौत के घाट उतार दिया और 9 अन्य को घायल कर दिया था। फ्लोरिडा के पार्कलैंड स्थित स्कूल में हुए हमले में 14 छात्रों की जान चली गई थी। इस हमले में स्टाफ के 3 लोगों की भी मौत हो गई थी और कई अन्य लोग घायल हो गए थे।इस मामले में 20 वर्षीय संदिग्ध पर हत्या के आरोप लगे थे। ह्यूस्टन इलाके में मौजूद एक हाईस्कूल में 17 साल के लड़के ने गोलीबारी शुरू कर दी थी, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई थी। उस दौरान अधिकारियों ने जानकारी दी थी कि मरने वालों में अधिकांश छात्र थे। आरोपी पर हत्या के आरोप लगे थे।
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