फतेहपुर। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन प्रबंधन इकाई के तहत वन विभाग के कार्यालय परिसर में स्वयं सहायता समूह द्वारा किए जा रहे कारपेट घास उत्पादन कार्य का जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना कर कारपेट घास स्वयं लगाकर शुभारंभ किया। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से वार्ता करते हुए कारपेट घास के उत्पादन की बारीकियों की जानकारी ली।महिलाओं ने बताया कि उद्यान विभाग द्वारा प्राप्त सेलेक्शन-1 प्रजाति की कारपेट घास निःशुल्क उपलब्ध कराई गई है। जिसको वन विभाग कार्यालय परिसर के 1200 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में रोपित किया जाएगा। जो 45 दिनों में तैयार हो जाएगी। कारपेट घास को जिला प्रशासन के सहयोग से अमृत सरोवर मनरेगा खेल पार्काें एवं अन्य शासकीय स्थलों हेतु बिक्री की जाएगी। 45 दिनों में तैयार कारपेट घास पर प्रति वर्ग मीटर पर लगभग 80 से 90 रूपए एवं प्रति फसल पर अनुमानित 100000 रूपए प्राप्त होंगे। इस कार्य में प्रत्यक्ष रूप से सात स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार प्राप्त होगा। जिनको प्रतिमाह लगभग 7 से 8 हजार की बचत होगी। वन विभाग एवं उद्यान विभाग के सहयोग से अभिसरण के माध्यम से स्वयं सहायता समूह की गरीब महिलाओं को सतत आजीविका संवर्धन से जोड़ा गया जिससे महिलाओं को रोजगार प्राप्त मिलेगा। इस अवसर पर ग्राम्य विकास विभाग के परियोजना निदेशक महेंद्र प्रसाद चैबे, स्वतः रोजगार के उपायुक्त लालजी यादव, वन विभाग के प्रभागीय निदेशक रामानुज त्रिपाठी, जिला उद्यान अधिकारी श्याम सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी वन विभाग आरएल सैनी, खंड विकास अधिकारी तेलियानी विनय कुमार मिश्रा, डीएमएम मोहित शशांक, शिवशांत मिश्रा, ब्लाक मिशन प्रबंधक जया मिश्रा, आलोक सिंह सहित समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं।
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