डा. अम्बेडकर क्लब ने मनाया बुद्ध पूर्णिमाज्ञान अर्जित करना बुद्ध पूर्णिमा का महत्व है : एडीजी प्रेम प्रकाश

प्रयागराज । उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के प्रेक्षागृह में डॉ. अम्बेडकर क्लब इलाहाबाद के तत्वावधान में तथागत गौतम बुद्ध की 2585 वीं जयंती के पावन अवसर पर बतौर प्रयागराज जोन प्रयागराज के अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश बतौर मुख्यातिथि के रूप में सोमवार को जनपद के लगभग सैंतीस  विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों तथा समाज सेवियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज के दिन ज्ञान अर्जित करना ही बुद्ध पूर्णिमा का महत्व  है। सभी समस्याओं के समाधान की कुंजी एकता है और डॉ. अम्बेडकर क्लब समाज के उत्थान के लिये महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा संघर्ष समाज के उन्नति की नियति है। जातिवाद के कारण भारत पिछड़ रहा है। तथागत गौतम बुद्ध की क्रांति ने सभी बुराइयों को धराशायी कर दिया। बुद्ध का मार्ग मानव के तरक्की का मार्ग है। भारत की विश्व मे पहचान बुद्ध के कारण है। एडीजी प्रेम प्रकाश ने आगे कहा कि क्रोध, लोभ, तृष्णा अभिमान खोने का दूसरा नाम बुद्ध का मार्ग है। उन्होंने पंचशील के अनुसरण का आह्वान किया।        पंजाब से कार्यक्रम में आये भंते विनाचार्य ने कहा कि भारत की विश्व मे पहचान बुद्ध के कारण है। उन्होंने कहा कि समाज के सभी लोग मिलकर कार्य करेंगे तभी पे बैक टू सोसायटी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेगी। भंते ने नैतिक विचारों पर चलने का आह्वान किया। भंते विनाचार्य ने तथागत से जुड़ी जातक कथा का व्याख्यान दिया जो काफी आकर्षक रहा।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक (अपराध) सतीश चंद्र ने कहा कि बुद्ध का मार्ग जीवन जीने की कला है। उन्होनें कहा कि  मानवता का धर्म बुद्ध ने विश्व को दिया। एसपी क्राइम ने आगे कहा कि व्यक्ति स्वयं सत्याग्रह के रास्ते पर चलकर ही समाज के लिए कुछ कर सकता है उन्होंने कहा कि आज जो भी तरक्की देखने को मिल रही है वह भारतीय संविधान की देन है तथा अभी भी सामाजिक और आर्थिक रूप से समाज पिछड़ा हुआ है। उक्त अवसर पर उद्योग डिप्टी कमिश्नर सजंय कुमार ने कहा कि तथागत बुद्ध का मार्ग मानव कल्याण के लिए उपयोगी है। संसार मे जहाँ जहाँ  बुद्ध के मार्ग को लोगो ने अपनावा है वह देश हर तरह से खुश हाल है।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सीएमपी कालेज के प्रो. दीनानाथ ने कहा समाज की उन्नति के लिए बुद्ध के पंचशील का अनुपालन जरूरी है।कार्यक्रम की शुरुआत बुद्ध बंदना व पंचशील से शुरू किया गया। कार्यक्रम के अंत मे रामबृज गौतम के निर्देशन में नशा विरोधी व अन्ध विश्वास विरोधी लघु नाटक जीवन के रंग का मंचन किया गया जो काफी रुचिकर रही। कार्यक्रम का संचालन उच्च न्यायालय के अध्यक्षता रामबृज गौतम ने किया। कार्यक्रम में  प्रमुख रूप से उपायुक्त उद्योग संजय कुमार, डॉ अजय भारती, डा. नितिन सिंह, डा. राहुल देव, डा. नेकराम रावल,  डा. राधारानी, डा. सुधीर सिंह एल. के अहेरवार लालसा राम, अमरनाथ, विन्दु कुमार गौतम, इं. प्रदीप कुमार, इं. प्रमोद कुमार, श्याम सुन्दर गौड़, रामचन्द्र, गणेश राम, डा. गोगी, मुनेश बाबू, रामसेवक, राम प्रकाश, आरके विद्यार्थी, डा. ए. के. प्रियदर्शी के साथ ही साथ प्रयागराज के सैंतीस विभागों से सैकड़ों प्रतिनिधि उपस्थित रहे ।