प्रयागराज।राज्यपाल के निर्देश पर उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में महिला अध्ययन केंद्र की स्थापना की गई है।यह केंद्र बालिकाओं और महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वाभिमान, आर्थिक स्वावलंबन एवं तकनीकी संसाधनों के प्रयोग के लिए प्रेरित करेगा।विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि महिला अध्ययन केंद्र राज्य एवं केंद्र सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी महिलाओं तक पहुंचाएगा।प्रो सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में पहली बार स्थापित हुए महिला अध्ययन केंद्र का उद्देश्य महिला जगत को विभिन्न सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ प्रदान करना है। इसके बारे में उन्हें पर्याप्त जानकारी और व्यावहारिकता से अवगत कराया जाएगा।उन्होंने बताया कि इस केंद्र के माध्यम से समाज में महिलाओं के विरुद्ध व्याप्त परंपरागत कुरीतियों से उन्हें सजग किया जाएगा तथा सफल महिलाओं के जीवन दर्शन के बारे में उन्हें बताया जाएगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का यह प्रयास होगा कि वह गांव में कार्यशाला संचालित करेगा तथा महिला सुरक्षा समिति का गठन करके महिलाओं के अंदर सुरक्षा का भाव जागृत करेगा।कुलपति ने बताया कि इस केंद्र का प्रमुख फोकस गांव की महिलाओं के अंदर से झिझक दूर करना है। जिससे वे समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे पर्दा प्रथा एवं दहेज के खिलाफ आवाज उठा सकें। बेटियों को पढ़ाने तथा उन्हें घर से बाहर निकलने देने के लिए उनके माता-पिता को प्रेरित किया जाएगा। बेटियों का भविष्य संवारने के लिए केंद्र के सदस्य घर की महिलाओं के साथ घुलमिल कर उनका विश्वास जीतने का प्रयास करेंगे।प्रो सिंह ने बताया कि नवगठित महिला अध्ययन केंद्र वर्ष भर महिलाओं के विकास से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करेगा। जिसमें महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का प्रमुखता से समाधान किया जाएगा। इसमें विश्वविद्यालय की स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा का भी सहयोग लिया जाएगा। बच्चों को पोषण युक्त आहार की सुनिश्चितता के लिए भी यह केंद्र जागरूकता अभियान चलाएगा। यह केंद्र महिलाओं के लिए बनाए गए कानूनों के बारे में भी उन्हें जानकारी सुलभ कराएगा।विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के निर्देश पर कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने महिला अध्ययन केंद्र की स्थापना कर प्रोफेसर रुचि बाजपेई को समन्वयक, डॉ मीरा पाल को सह समन्वयक, तथा डॉ साधना श्रीवास्तव को सहायक समन्वयक बनाया है। महिला अध्ययन केंद्र नवगठित समिति की बैठक करके आगामी कार्यक्रमों की योजनाओं की रिपोर्ट शीघ्र ही कुलपति को सौंपेगा। डॉ मिश्र ने बताया कि केंद्र की मासिक गतिविधियों की रिपोर्ट राज्यपाल सचिवालय को भी प्रेषित की जाएगी।
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