वर्कफोर्स की कमी की वजह से स्विगी ने कई प्रमुख शहरों में बंद की जिनी सेवा

बेंगलुरु। फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने कई प्रमुख महानगरों में अपनी पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ सेवा जिनी को अस्थाई रूप से बंद कर दिया है। इसकी वजह यह है कि कंपनी इस समय डिलीवरी वर्कफोर्स की समस्या से जूझ रही है। स्विगी जिनी की सेवाएं मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु में प्रभावित हुई हैं। मामले से वाकिफ लोगों का कहना है कि यह सर्विस पिछले सात दिनों से उपलब्ध नहीं है। एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कंपनी फूड-डिलीवरी और अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस इंस्टामार्ट को प्राथमिकता दे रही है। स्विगी के प्रवक्ता के मुताबिक स्विगी जिनी 68 में से 3 शहरों में अस्थाई रूप से उपलब्ध नहीं है। क्रिकेट और त्योहारी सीजन के कारण फूड मार्केटप्लेस और इंस्टामार्ट दोनों के लिए जरूरतों की पूर्ति की मांग में वृद्धि हुई है, जिसके लिए हमें इन डिलीवरी को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। हम जल्द ही प्रभावित शहरों में स्विगी जिनी के फिर से शुरू होने की उम्मीद में हैं। मामले की जानकारी रखने वाले और डिलीवरी एक्जीक्यूटिव ने बताया कि ईंधन की बढ़ती कीमतों और अर्थव्यवस्था में समग्र मुद्रास्फीति के बीच कई खाद्य और किराना वितरण कंपनियां अपने राइडर्स को भुगतान बढ़ाने में असमर्थ रही हैं। इसके परिणामस्वरूप गिग इकॉनमी में सप्लाई साइड के मुद्दे सामने आए हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, ये राइडर्स बाइक टैक्सी और ई-कॉमर्स डिलीवरी सहित अन्य विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। महामारी के दौरान जब अन्य रोजगार विकल्प घटते गए तो डिलीवरी पार्टनर, गिग वर्कफोर्स में शामिल हो गए। अब उन्हें नौकरी के बेहतर अवसर मिल रहे हैं क्योंकि अर्थव्यवस्था खुल रही है। स्टाफिंग एजेंसी टीमलीज की कोफाउंडर और एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट ऋतुपर्णा चक्रवर्ती ने कहा कि क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री में गिग श्रमिकों की मांग ने सप्लाई शॉर्टेज को बढ़ा दिया है, खासकर बेंगलुरू, मुंबई और नई दिल्ली में। उस तरह की प्रोफाइल में बहुत बड़ी मांग है साथ ही इस तथ्य को भी नहीं भूलना चाहिए कि बाजार में अभी बहुत सारे विकल्प हैं, जो अनिवार्य रूप से पूरी आपूर्ति श्रृंखला को बहुत अनिश्चित बना रहे हैं, बहुत सारी कंपनियां एक जैसी ही वर्कफोर्स के लिए होड़ कर रही हैं।