अझुवा कौशाम्बी | नगर पंचायत अझुवा के नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पीछे बनी करोड़ों रुपए की कांशी राम कॉलोनी बर्बादी की कगार पर पहुंच गई जानकारी के लिए बताएं यह कॉलोनी मायावती शासन काल 2011 में निर्माण हुआ था जिसमें कई ब्लाकों में लगभग 597 कालोनियों का निर्माण किया गया जिसमें पंपिंग सेट सहित सभी सुविधाएं सरकार के आदेशानुसार उपलब्ध कराई गई कालोनी आवंटन में जिम्मेदारों ने खेल करते हुए बिना जरूरतमंदों को कालोनियों का बंटवारा कर दिया उन लोगों के नाम भी कालोनी अलॉट हो गयी जो नगर पंचायत अझुवा के निवासी भी नही थे लेकिन 10 वर्ष बीते आज भी वह कालोनियां वीरान पड़ी हुई है वह भी लाभार्थी उस कॉलोनी में रहने नहीं गया जब इस संबंध में मौजूदा अधिशासी अधिकारी सूर्य प्रकाश गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कालोनियों का आवंटन बहुत पहले हो चुका लेकिन उन कालोनियों में लाभार्थी रहने क्यों नहीं गए यह कोई नहीं बता सकता ज्ञात हो यह कालोनियां ससुर खदेरी नदी से थोड़ी दूर पर जंगल में बनी कालोनिया है जिसमें लाभार्थियों के लिए पूरा साज-सज्जा शौचालय पानी की सप्लाई सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध थी आखिर वजह क्या रही कि लाभार्थी इन कालोनियों में निवास करने नहीं गए जब मौके पर जाकर देखा गया तो कालोनियों के दरवाजे खिड़की एंगल चोर उखाड़ ले गए हैं कालोनिया तहस-नहस हो रही है सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग का जिम्मेदार कौन होगा करोड़ों रुपए की जो कमीशन बाजी हुई है उसका जिम्मेदार कौन होगा क्या योगी सरकार और उनके अधिकारी जर्जर हो रही करोड़ों की संपत्ति को बंचा पाएगी य खंडहर में तब्दील हो जाएगी ?कांसीराम कालोनी का निर्माण 2 भागों में किया गया था नगर वासियों के अनुसार पहले भाग की कालोनियों में पात्रता के लिए कई चक्र में सर्वे हुआ था प्रथम भाग में कुछ कालोनियों का आवंटन किया गया बड़ी बड़ी फोटो खिंचवाकर प्रचार भी किया गया आज की स्थिति में कांशीराम कालोनी में अराजक तत्वों का जमावड़ा लगता है रसूखदार लोग बाहरी लोगों जो कहीं से भाग कर आये हों कुछ क्राइम वालों को अपने रसूख के बल पर कालोनियों में रखे हैं दूसरे भाग की कालोनियां पूर्ण रूप से वीरान और जीर्ण शीर्ण हो रही हैं जिसकी रखरखाव का कोई जिम्मेदार नही दिखाई देता है आखिर सरकारी धन संपत्ति के दुरुपयोग का जिम्मेदार कौन है क्या योगी सरकार के अधिकारी वीरान हो रही कालोनी को संज्ञान लेंगे।
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