प्रयागराज।कोरोना काल आम लोगों के लिए ढेरों मुसीबतें लेकर आया। स्वास्थ्य के साथ ही आर्थिक स्तर पर भी उन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ा। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इस दौरान भी जिले में १२ करोड़ से ज्यादा रुपये सिर्फ जुर्माना अदा करने में फूंक दिए गए। यह वह जुर्माना था जो यातायात नियमों के उल्लंघन और मास्क न लगाने के एवज में जिले के लोगों से पुलिस ने वसूला। यहां भी ध्यान देने योग्य बात यह है कि उपरोक्त आंकड़ा केवल कोरोना कफ्र्यू के दौरान का आंकड़ा है जबकि यातायात नियमों के उल्लंघन में किए गए कुल जुर्माने का आंकड़ा कई गुना ज्यादा है।कोरोना संकट के साथ ही जिले में पिछले साल लॉकडाउन लग गया था। इस दौरान न सिर्फ मास्क लगाने बल्कि यातायात नियमों के उल्लंघन में भी चालान की कार्रवाई की गई। लॉकडाउन में बेवजह वाहन लेकर निकलने वालों पर यातायात नियमों के उल्लंघन में जुर्माना लगाया गया। कोरोना का प्रकोप कम होने पर बीच में कार्रवाई ढीली पड़ी लेकिन इस साल फिर कोरोना कफ्र्यू के दौरान कार्रवाई शुरू की कई। मास्क व कोविड गाइडलाइन के उल्लंघन के अन्य मामलों के साथ ही यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की गई।पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई को देखें तो पता चलता है कि पिछले साल लॉकडाउन लागू होने के बाद और इस साल कोरोना कफ्र्यू के बाद से अब तक कुल १.७९ लाख वाहनों का चालान किया गया। यातायात नियमों के उल्लंघन पर अलग.अलग अपराध के लिए चालान की राशि ५०० रुपये से शुरू होती है। इस आधार पर हिसाब लगाया जाए तो चालान के एवज में वसूले गए कुल जुर्माने की राशि ८.९५ करोड़ होती है। इस तरह देखा जाए तो केवल लॉकडाउन और कोरोना कफ्र्यू के दौरान यातायात नियमों के उल्लंघन पर हुई कार्रवाई के दौरान ही लगभग नौ करोड़ रुपये की वसूली हुई।गए। पुलिस विभाग के आंकड़ों के मुताबिकए पिछले साल लॉकडाउन लागू होने यानी २२ मार्च से लेकर बीते २१ अप्रैल तक ही २.६८ लाख चालान हो चुके थे। १०० रुपये प्रति चालान जुर्माने की राशि मानी जाए तो २.६८ करोड़ रुपये केवल मास्क न लगाने के एवज में वसूली हुई।
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