नई दिल्ली। क्या आप जानते हैं कि मीठा खाना कई मायनों में सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं, अपनी डाइट में मीठे की मात्रा कम करके आप स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियों से भी बच सकते हैं। बता दें कि डायबिटीज यानी मधुमेह मीठा खाने से होने वाली आम बीमारियों में से एक है। आज दुनिया में डायबिटीज के अनगिनत मरीज मौजूद हैं। हालांकि, आपको ये जानकर हैरानी होगी कि ज्यादा मीठा खाना सिर्फ बीमारियों का कारण नहीं होता, बल्कि ये हमारी रोजमर्रा के जीवन में भी हेल्थ को काफी प्रभावित करता है। तो आइए जानते हैं कि डाइट में मीठे की मात्रा कम करके आप कैसे कई सेहत संबंधित समस्याओं को मात दे सकते हैं।जानकारों के अनुसार मीठा खाने से डायबिटीज होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। दरअसल, मीठी चीजें शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ावा देने का काम करती हैं, जिसके कारण खून में शर्करा की मात्रा भी बढ़ जाती है और डायबिटीज होने का खतरा बन जाता है। मीठा कम खाने से बढ़ते वजन को भी कंट्रोल किया जा सकता है। बता दें कि मीठी चीजों का सेवन ब्लड शुगर लेवल बढ़ाने के साथ-साथ इंसुलिन प्रतिरोध और लेप्टिन प्रतिरोध में भी इजाफा करता, जिससे शरीर में अतिरिक्त वसा पैदा होने लगती है और वजन तेजी से बढ़ता है। मीठा ज्यादा खाने की तुलना में कम मीठा खाने से आप ज्यादा एनेर्जेटिक महसूस करते हैं। वहीं अधिक मात्रा में मीठे का सेवन करने से आपको थकान, नींद और सुस्ती आने लगती है। सीमित मात्रा में मीठे का सेवन करना मेंटल हेल्थ के लिए भी लाभकारी होता है। जहां ज्यादा मीठा खाने से स्ट्रेस पैदा होता है। वहीं, अपनी डाइट में मीठी चीजों को कम करके आप तनाव और चिंता से छुटकारा पा सकते हैं। साथ ही कम मीठा खाने से आपका मूड भी चिल रहता है। बता दें कि कुछ लोग मीठा खाने के बेहद शौकीन होते हैं। मिठाइयों से लेकर खीर, चॉकलेट, आईसक्रीम और टेस्टी मीठे पकवानों को देखकर ही ज्यादातर लोगों की लार टपकने लगती है। वहीं कई लोगों का दिन ही बिना मीठे के नहीं गुजरता है।
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