वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को उम्मीद है कि भारत और अमेरिका के बीच होने वाली टू-प्लस-टू मंत्रिस्तरीय वार्ता से वाशिंगटन को नई दिल्ली के साथ प्रशासनिक कार्यों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमें यह भी लगता है कि दोनों पक्ष यूक्रेन के खिलाफ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के क्रूर युद्ध के परिणामों और ऊर्जा एवं खाद्य सामग्री की बढ़ती कीमतों जैसे मुद्दों से निपटने के लिए करीबी समन्वय जारी रखेंगे। वार्ता में कई विषयों को शामिल किया जा सकता है, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि इन मुद्दों पर प्रमुखता से बात होगी। भारत-अमेरिका टू-प्लस-टू वार्ता के तहत दोनों देशों के बीच विदेश और रक्षा मंत्री स्तर की अगली बातचीत वाशिंगटन में निर्धारित है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन सोमवार को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व विदेश मंत्री एस जयशंकर की मेजबानी करेंगे। यह बाइडन प्रशासन के अधीन होने वाली पहली टू-प्लस-टू वार्ता होगी। साकी ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन का मानना है कि भारत के साथ हमारी साझेदारी दुनिया में हमारे सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है। जैसा कि आप जानते हैं, उन्होंने मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य क्वाड नेताओं से मुलाकात की थी। उन्हें उम्मीद है कि इस टू-प्लस-टू बैठक में ब्लिंकन और ऑस्टिन भारत के साथ हमारे सभी कार्यों के अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दुनियाभर में हमारे साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ांएगे। इस बीच सांसद मार्क ग्रीन ने अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू से मुलाकात की। ग्रीन ने ट्वीट किया कि इस सप्ताह अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू से मुलाकात की। हमारे देशों के बीच मजबूत साझेदारी महत्वपूर्ण है।
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