डीएम की अध्यक्षता में विकास कार्यो की मासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न

बहराइच। शासन के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले 37 सूत्रीय विकास कार्यक्रमों की बृहस्पतिवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित मासिक समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा में मिहींपुरवा क्षेत्र में कोविड टीकाकरण की प्रगति संतोषजनक न पाये जाने पर जिलाधिकारी डाॅ दिनेश चन्द्र ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारी मोतीपुर को नोटिस जारी करने का मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि संचारी रोग नियंत्रण से सम्बन्धित विभाग बेहतर ताल-मेल व समन्वय के साथ तैयार की गयी कार्ययोजना पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित कराये ताकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व शासन के मंशानुसार जनपद में संचारी रोगों पर नियंत्रण पाया जा सके। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि निर्माणाधीन स्वास्थ्य भवनों के प्रगति की सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के साथ नियमित समीक्षा करते रहे तथा निर्माण कार्य का स्थलीय सत्यापन भी करते रहे। जिससे स्वास्थ्य भवनों का निर्माण कार्य निर्धारित मानक व गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण कराया जा सके। निर्माण कार्यो की समीक्षा के दौरान तहसील पयागपुर के ग्राम सेमरा में निर्माणाधीन सीएचसी, तहसील भवन मिहींपुरवा (मोतीपुर) सहित राजकीय महिला पालीटेक्निक, माध्यमिक विद्यालय भवन, आश्रम पद्धत्ति रिसिया मोड़ में निर्माण कार्य, पुलिस आवास निगम निर्माण कार्य सहित अन्य निर्माण कार्यो के प्रगति में अपेक्षित तेजी लाये जाने के जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिन परियोजनाओं में बजट के अभाव में परियोजनाओं का निर्माण कार्य लम्बित है सम्बन्धित कार्यदायी संस्था प्रशासकीय विभाग से समन्वय कर बजट प्राप्त कर लम्बित परियोजनाओं को यथाशीघ्र पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका परिषद बहराइच को निर्देश दिये गये कि महसी रोड पर ग्राम यादवपुर में नगर पालिका परिषद बहराइच के सालिड बेस्ट मैनेजमेण्ट प्लांण्ट के लिए चिन्हित भूमि से तत्काल अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करते हुए निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाय। आवासीय योजना की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये गये कि आवासों के प्लास्टर के साथ-साथ रंगाई, पोताई का कार्य भी अनिवार्य रूप से कराया जाय। रंगाई-पोताई न कराने वाले सचिवों व सम्बन्धित लाभार्थियों को नोटिस भी निर्गत किया जाय। राष्ट्रीय पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि तीन-तीन अधिकारियों की टीम गठित कर परियोनाओं के क्रियाशीलता का सत्यापन अवश्य करा लिया जाय। इसके अलावा अन्य विकास बिन्दुओं की भी समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये गये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एस.के. सिंह, पीडीडीआरडीए अनिल कुमार सिंह, उप कृषि निदेशक टी.पी. शाही, डीसी एनआरएलएम संजय सिंह, सीवीओ रामचन्द्र वर्मा, डीएसटीओ अर्चना सिंह, डीपीआरओ उमाकान्त पाण्डेय, डीएसओ अनन्त प्रताप सिंह, अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण ए.के. वर्मा, डीपीओ जी.डी. यादव, जिला कृषि अधिकारी सतीश पाण्डेय सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।