वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रूद्राक्ष कंवेंशन सेंटर बनकर तैयार हो गया है। प्राचीन काल से ही यहां गंगा किनारे बड़े-बड़े कलाकारों ने अपनी कला की साधना की है। सितारा देवी, पंडित किशन महाराज, गिरिजा देवी, पंडित राजन साजन मिश्रा, पंडित छन्नूलाल मिश्रा जैसे बड़े नाम इसी धरती से हैं। अब मोदी की नई काशी में शिवलिंग के आकार की ये भव्य इमारत बनकर तैयार हुई है। इसमे शिवलिंग नुमा आकार के चारों तरफ 109 रुद्राक्ष की आकृति उभारी गई है। इसका नाम भी है रुद्राक्ष। ये कन्वेशन सेंटर है, जिसके जरिए काशी की कला, साहित्य, संस्कृति और सभ्यता को नया मंच मिलने जा रहा है।इस कन्वेशन सेंटर के ऑडीटोरियम में एक साथ 1200 दर्शक बैठ सकते हैं। दिव्यांगों के लिए अलग से स्पेस के साथ हर लाइन की आगे की कुर्सियां पोर्टेबल हैं। करीब 186 करोड़ में बनकर तैयार हुए रुद्राक्ष कन्वेशन सेंटर के ऑडीटोरियम में कार्यक्रम में दर्शक की क्षमता के मुताबिक इसे बांट सकते हैं। वो भी बिना हाथ लगाए। यानी सेंट्रल कमांड सेंटर से इसको छोटा बड़ा कर सकते हैं। बड़े ऑडीटोरियम के साथ यहां 150 लोगों के लिए ग्राउंड फ्लोर में एक मीटिंग कांन्फ्रेंस हाल भी है। बनारस की सबसे बड़ी दिक्कत यानी पार्किंग का भी यहां बखूबी इंतजाम किया गया है। कन्वेंशन सेंटर में 150 कार पार्क हो सकती हैं। ये कन्वेंशन सेंटर जापानी तकनीक पर बना है। पूरा सेंटर सेंसर सिस्टम से लैस है। आप किसी भी हिस्से में जाइए, आपके जाते ही लाइट ऑन। आपके बाहर निकलते ही लाइट ऑफ। क्या बाथरूम, क्या ग्रीन रूम, क्या ड्रेसिंग और क्या कॉमन टायलेट। सिक्योरिटी से लेकर बिजली, पानी, कूलिंग आदि सभी व्यवस्था एक कमरे से कमांड होगी। इस रूद्राक्ष कन्वेशन सेंटर से प्रतिवर्ष 30 लाख से एक करोड़ रुपये आय का अंदाजा है। उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम मोदी और जापान के पीएम एक साथ इस सेंटर का शुभारंभ करेंगे। इसके संचालन की जिम्मेदारी स्मार्ट सिटी को सौंपी गई है। स्मार्ट सिटी ने इसके रखरखाव और चलाने की जिम्मेदारी आईएसडब्ल्यूएसी कंपनी (इंडियन सैनिटेशन वार्ड ब्वाय एंड हार्टिकल्चर कांट्रैक्टर) को दी है। स्मार्ट सिटी के जीएम डी वासुदेवन ने बताया कि इसका लोकार्पण जल्द ही कोविड के हालात सामान्य होने पर पीएम मोदी के हाथों होना है। वाराणसी शहर के सबसे प्राइम लोकेशन में ये कन्वेशन सेंटर बना है, जिसका फायदा केवल काशीवासियों को बल्कि देश और विदेश के तमाम कलाकारों और कला प्रेमियों को मिलेगा। बताया जाता है कि पूरे देश में ऐसा आधुनिक कन्वेशन सेंटर अभी तक नहीं बना है। जीएम को उम्मीद है कि काशी में शिवलिंग के आकार का यह सेंटर पर्यटकों को काफी लुभाएगा। दो देशों के मामलों को देखते हुए लोकार्पण की तिथि सरकार तय करेगी।
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