चंडीगढ़। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि यदि आपकी नीति मुफ्त में बांटने की है तो बांटो, लेकिन यह सब अपने दम पर करो। सेंटर से पैसा लेकर मुफ्तखोरी की राजनीति करना बेहद शर्मनाक है। पहले मुफ्त में सब बांटने की घोषणा करो और फिर कटोरा लेकर प्रधानमंत्री के सामने खड़े हो जाओ, यह तो अच्छी बात नहीं है। इससे देश और समाज का भला नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीति और सोच गरीब से गरीब व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने की है। इस दिशा में हरियाणा के गरीब लोगों को चिन्हित कर उन्हें रोजगार मुहैया कराए जा रहे हैं। हमारी कोशिश है कि हर व्यक्ति के लिए आय के साधन मुहैया हो सकें। वह मुफ्तखोरी पर बिल्कुल भी निर्भर न रहे। सीएम मनोहर लाल ने आइएएस अधिकारी अशोक खेमका द्वारा रजिस्ट्रियों में गड़बड़ी संबंधी कोई पत्र लिखे जाने से इन्कार किया है। मनोहर लाल ने कहा कि उन्हें ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है, लेकिन जहां तक रजिस्ट्रियों में सात-ए के उल्लंघन की बात है, हम इसकी जांच बैठा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में करीब 60 हजार रजिस्ट्रियां संदिग्ध हैं। 350 अधिकारियों व कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उनमें से कितनों के खिलाफ कार्रवाई होगी और कितने बचेंगे, यह बाद का विषय है। वैसे ही हम 2010 से 2016 तक हुई तमाम रजिस्ट्रियों की जांच बैठा चुके हैं। सीएम ने कहा कि चंडीगढ़ हरियाणा और पंजाब दोनों का है। इसको हरियाणा से कोई नहीं छीन सकता। लेकिन यह बात भी सही है कि वह किसी प्रदेश के अंतर्गत नहीं आता। वह हरियाणा व पंजाब की राजधानी है और अलग केंद्रशासित राज्य है। इसमें जो अधिकारी काम करते हैं, उसमें पंजाब व हरियाणा का रेशो 60:40 का है, जो आगे भी रहेगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चंडीगढ़ में अलग सर्विस रूल के बारे में क्या घोषणा की है, वह इसकी जानकारी हासिल करेंगे।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post