जौनपुर। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, आवाह्न पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल के सर्मथन में कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन मंगलवार को विरोध प्रर्दशन किया गया समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी पूरे दिन कार्य बहिष्कार किये। कर्मचारी नेताओं ने मांग किया कि निजीकरण हेतु जारी किए गए इलेक्ट्रीसिटी;अमेंडमेंटद्ध बिल और स्टैण्डर्ड बिडिंग डॉक्युमेंट के मसौदे को वापस लिया जाए। निजीकरण की समस्त प्रक्रिया निरस्त की जाए और ग्रेटर नोएडा का निजीकरण व आगरा का फ्रेन्चाइजी करार रद्द किया जाए। केरल के केएसईबी लिमिटेड की तरह उप्र में भी सभी ऊर्जा निगमों का एकीकरण कर यूपीएसईबी लिमिटेड का गठन किया जाए। सभी बिजली कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली लागू की जाए। शांतिपूर्ण आन्दोलन के कारण प्राविधिक कर्मचारी संघ के सदस्यों की वेतन कटौती और अन्य दमनात्मक कदम वापस लिये जायें। सभी संवर्गों की वेतन विसंगतियों का निराकरण किया जाए और पूर्व की भाँति सभी संवर्गों को तीन पदोन्नति पद के समयबद्ध वेतनमान दिए जाएं। प्रदर्शन की अध्यक्षता ई0 राम आधार और संचालन श्री निखिलेश सिंह के द्वारा किया गया। इस अवसर पर ई0 मनोज सिंह, जू0ई0 निर्भिक भारती, ई0 सीयाराम, श्री संजय यादव, श्री गिरीश यादव श्री सत्या उपाध्याय आदि ने अपने विचार व्यक्त किये तथा धरना प्रर्दशन में ई0 गोपाल सिंह, ई0 रवीन्द्र पासवान, ई0 प्रभाकर, ई0 मनीजर प्रसाद, ई0 विरेन्द्र पाल, जू0ई0 आतिश यादव, संतोष, अभिषेक केशरवानी, काजी फैज अहमद, श्री प्रभात पान्डेय, रंगीले, अश्वनी कुमार श्री0, संजय, विकास इत्यादि लोग मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त पूर्वांचल अध्यक्ष निखिलेश सिंह द्वारा अपने संबोधन में चेतावनी दी गयी कि अगर कारपोरेशन द्वारा उक्त मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आगे वृहद स्तर पर विरोध प्रदर्शन/कार्य बहिष्कार किया जायेगा।
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