भारत की जमीन बुलेट ट्रेन चलाने लायक नहीं रेल मंत्री का पलटवार

नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के बीच बुलेट ट्रेन को लेकर तीखी बहस हुई। नुसरत ने एक वीडियो ट्वीट करके देश में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “बुलेट ट्रेनें जो हम जापान में देखते हैं- क्या उन्हें भारत में चलाना संभव है? क्योंकि हमारी धरती इस तरह की ट्रेनों को चलाने के लिए उपयुक्त नहीं है।” रेल मंत्री ने इसका जवाब देते हुए कहा कि कितनी शर्म की बात है कि एक सदस्य ने कहा कि भारत की मिट्टी में बुलेट ट्रेन चलाने की क्षमता नहीं है। वैष्णव ने कहा, “ये लोग (तृणमूल कांग्रेस के सदस्य) मां, माटी, मानुष की बात करते हैं लेकिन न तो मां पर विश्वास करते हैं और न ही माटी पर। कैसे मानुष हैं ये। रेल मंत्री की इस टिप्पणी का तृणमूल सदस्यों ने सदन में भारी विरोध किया। सदस्य आसन के पास भी आ गए। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विरोध कर रहे तृणमूल सदस्यों से कहा कि जब आप बोल रहे थे तब दूसरी ओर से क्या किसी ने आपको टोका? उन्होंने सदस्यों को शांत रहने व मंत्री को जवाब देने को कहा। उन्होंने कहा कि मंत्री के जवाब के बाद तृणमूल नेता सुदीप बंदोपाध्याय को बोलने का मौका दिया जाएगा। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर काम चल रहा है। इसका डिजाइन तैयार हो गया है। गुजरात खंड में 99.7 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण हो गया है, 750 से अधिक खंभे बन चुके हैं। नर्मदा और तापी नदियों पर पुलों का निर्माण हो रहा है। रेल मंत्री ने कहा कि बंदे भारत ट्रेन की रफ्तार को मौजूदा 160 किलोमीटर प्रति घंटा से 200 किलोमीटर प्रति घंटा तक उन्नत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में काम चल रहा है। इसके तहत प्रयोग के तौर पर गांधीनगर और भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन को तैयार किया गया है।