भारतीय फैंटेसी स्पोट उद्योग टैक्स के रूप में 24,300 करोड़ रु. का योगदान देगा

लखनऊ।फैंटेसी स्पोट (एफएस) के लिए भारत की सैल्फ-रैगुलेटरी इंडस्ट्री बाॅडी, फेडरेशन आफ इंडियन फैंटेसी स्पोट (एफआईएफएस) ने आज डेलाॅयट के सहयोग से ‘फैंटेसी स्पोट: क्रिएटिंग ए वर्चुअस साईकल आफ स्पोट डेवलपमेंट’ नामक रिपोर्ट का अनावरण किया। इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत दुनिया का सबसे बड़ा फैंटेसी स्पोट बाजार है, जहां पर 13 करोड़ से ज्यादा का यूज़र बेस है। यह आने वाले सालों में 32 प्रतिशत के सीएजीआर (कंपाउंड एन्युअल ग्रोथ रेट) से बढ़ेगा। टेक्नाॅलाॅजी का ज्ञान रखने वाली बड़ी आबादी, खेल के प्रति बढ़ते प्रेम, स्मार्टफोन के तीव्र प्रसार, कम लागत में मोबाईल डेटा उपलब्ध होने जैसे कारणों से भारत फैंटेसी स्पोट के लिए तीव्र वृद्धि और केंद्रण वाला बाजार बन गया है, जहां बाजार का आकार 38 प्रतिशत की सीएजीआर के साथ वित्तवर्ष 2021 में बढ़कर 34,600 करोड़ रु. होने और वित्तवर्ष 2025 में 1,65,000 करोड़ रु. तक पहुंच जाने का अनुमान है।फैंटेसी स्पोट प्लेटफाॅम्र्स पर क्रिकेट का वर्चस्व है, जिसका कुछ हिस्सा कबड्डी, हाॅकी, फुटबाॅल और वाॅलीबाॅल जैसे खेलों को चला जाएगा, जिनकी लोकप्रियता बढ़ रही है। लेकिन क्रिकेट अगले चार सालों में 30 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़ते हुए फैंटेसी स्पोट उद्योग के संपूर्ण राजस्व में सबसे बड़ा योगदान देने वाला खेल बना रहेगा। महिला क्रिकेट की लोकप्रियता भी फैंटेसी स्पोट के साथ बढ़ी है। 2020 आईसीसी महिला ट्वेंटी20 वल्र्ड कप के पहले 12 मैचों को भारत में 4.1 करोड़ घंटों तक देखा गया, जो सन 2018 के मुकाबले 213 प्रतिशत ज्यादा था। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2021 एडिशन के पहले चरण के दौरान फैंटेसी स्पोट उद्योग का यूज़र बेस भारत में 20 लाख यूज़र्स से ज्यादा बढ़ा।