भारत के कोविड प्रबन्धन की सराहना पूरी दुनिया में हुई- मुख्यमंत्री

लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद मेरठ के लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कर कोरोना उपचार व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की।निरीक्षण के उपरान्त, मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना की थर्ड वेव वर्तमान में पूरी दुनिया में है। भारत में बेहतर कोविड प्रबन्धन के माध्यम से लोगों के जीवन एवं जीविका दोनों को बचाने की पूरी व्यवस्था की गई। समय से उठाए गए कदम इस महामारी से बचाने में बहुत प्रभावी सिद्ध हुए। भारत के कोविड प्रबन्धन की सराहना पूरी दुनिया में हुई। देश के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भी बेहतर कोरोना प्रबन्धन हुआ। इस दौरान कई ऐसे मॉडल भी खड़े हुए, जिसकी सर्वत्र सराहना हुई।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना से डरने और भागने की नहीं, बल्कि सतर्कता और सावधानी की आवश्यकता है। बुजुर्ग, बीमार, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, कमजोर इम्युनिटी के लोग अनावश्यक घर से बाहर न निकलें, शेष लोगों को घर से बाहर निकलना हो तो मास्क जरूर लगायें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर अनावश्यक जाने से बचें। यह सतर्कता और सावधानी कोरोना को परास्त करने तथा लोगों के जीवन और जीविका को बचाने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने विश्वास जताया कि सभी के सम्मिलित प्रयासों से कोरोना हारेगा और भारत जीतेगा।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सेकेण्ड वेव जैसी स्थिति थर्ड वेव में नहीं है। इस वेव में कुल एक्टिव केस के 01 से 1.5 प्रतिशत संक्रमित लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ रही है। इनमें भी अधिकतर संक्रमित मरीज ऐसे हैं, जो पहले से ही किसी गम्भीर बीमारी से पीड़ित हैं। शेष लोगों को होम आइसोलेशन में निगरानी समितियों की देखरेख तथा इण्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड सेण्टर से संवाद के माध्यम से उपचार की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रयास है कि आगामी 10 दिनों में कोरोना संक्रमण की थर्ड वेव को नियंत्रित कर सामान्य जनजीवन बहाल किया जाए। वर्तमान में केवल नाइट कर्फ्यू लागू है। वैक्सीनेशन और बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए शैक्षणि संस्थाएं बंद की गई हैं, शीघ्र ही उन्हें भी प्रारम्भ किया जाएगा।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में देश के वैक्सीनेशन कार्यक्रम ने प्रभावी भूमिका का निर्वहन किया है। भारत की स्वदेशी कोरोना वैक्सीन दुनिया की सर्वाधिक प्रभावी वैक्सीन में से एक है। देश में अब तक लगभग 160 करोड़ कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं। प्रदेश में गत दिवस तक लगभग 25 करोड़ 53 लाख कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं। लगभग 99 प्रतिशत पात्र लोगों को वैक्सीन की प्रथम डोज तथा लगभग 69 प्रतिशत पात्र लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज उपलब्ध करा दी गई हैं। प्रयास है कि 31 जनवरी, 2022 तक शत प्रतिशत पात्र लोगों को कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज उपलब्ध करा दी जाए। 15 से 17 वर्ष आयुवर्ग के नवयुवकों तथा प्रिकॉशन डोज के लिए चिन्हित पात्र व्यक्तियों को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जा रही है।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद मेरठ में अब तक 41 लाख से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। जनपद में प्रयास होना चाहिए कि आगामी 01 सप्ताह से 10 दिन के अन्तर्गत शत-प्रतिशत लोग वैक्सीन की प्रथम डोज प्राप्त कर लें। चुनाव से पूर्व 75 प्रतिशत लोगों को सेकेण्ड डोज भी उपलब्ध करा दी जाए। इसी प्रकार हेल्थ वर्कर्स, कोरोना वॉरियर्स तथा 60 वर्ष से ऊपर के को-मॉर्बिड नागरिकों को प्रिकॉशन डोज उपलब्ध करा दी जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार के सहयोग से वर्तमान में प्रदेश ऑक्सीजन में आत्मनिर्भरता प्राप्त कर चुका है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद में पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए गए हैं। प्रदेश में 551 ऑक्सीजन प्लॉण्ट लगाये गये। जनपद मेरठ में 28 ऑक्सीजन प्लाण्ट क्रियाशील हैं।