पठानकोट के बब्बी पहलवान ने जीता, फाइनल का खिताब

सगरा सुन्दरपुर। क्षेत्र के असांव गांव में मंगलवार आयोजित 32 वें दंगल में आधी आबादी के शारीरिक कौशल और दांवपेंच से रोमांचित दर्शकों ने करतल ध्वनि के बीच हौंसला अफजाई किया। गाजियाबाद की महिला पहलवान आशु व दिल्ली की काजल पहलवान के बीच हुए फाइनल मल्लयुद्ध में दिल्ली की काजल पहलवान ने विजयश्री का सेहरा अपने सर बांधा। इसके अलावा विभिन्न जनपदों से आयी महिला पहलवानों ने भी अपने शारीरिक करतब व दांवपेच से लोगों को रोमांचित किया। पुरुष वर्ग का फाइनल मुकाबला सुल्तानपुर के मुस्ताक और पठानकोट के बब्बी पहलवान के बीच हुआ। दोनों पहलवानों ने कुश्ती की बारीकियों के अलावा शारीरिक कौशल का भरपूर प्रदर्शन किया। दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच पठानकोट के बब्बी पहलवान ने सुल्तानपुर के मुस्ताक को पटखनी देकर फाइनल का खिताब अपने नाम किया। इस दौरान प्रतापगढ़ प्रयाग राज, कौशांबी, नैनी  रायबरेली, के अलावा अन्य जनपदों के पहलवानों ने कुश्ती में प्रतिभाग कर दंगल को ऊंचाईयां दी। इस दौरान मेला दंगल कमेटी ने पत्रकारिता जगत में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए ज्ञानप्रकाश शुक्ल को कर्मवीर सम्म्मान से अलंकृत किया। वहीं शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में योगदान के सेवानिवृत्ति शिक्षक राजेन्द्र प्रसाद पांडेय और रामधनी बर्मा को आदर्श  सम्मान से विभूषित किया गया। अभिनंदन पत्र का वाचन करते हुए एडीसन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक मनोज त्रिपाठी पत्रकार ने विभूतियों की सामाजिक जीवनगाथा का उल्लेख किया। दंगल में निर्णायक की भूमिका कमेटी के संस्थापक कमलेश मिश्र ने निभायी तो वहीं उद्घोषक के रुप में बाबूलाल पांडेय ने सभी का हौंसला अफजाई किया।आभार प्रदर्शन ग्राम प्रधान उदयराज बर्मा ने जताया। इस मौके पर प्रधान विमलेश सिंह, पत्रकार आनंदप्रकाश त्रिपाठी, प्रधान उदयराज बर्मा, रामआसरे बर्मा, महंथ पांडेय, छोटू तिवारी,  शिवम त्रिपाठी विपुल तिवारी ,पंकज, त्रिपाठी,लालजी मिश्र, रमेश मिश्र, उदयराज पांडे आदि मौजूद रहे।