लखनऊ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी के सहयोग से राज्य में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में उल्लेखनीय सफलता मिली है। इसके बावजूद हमें यह ध्यान रखना होगा कि कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है। निरन्तर सतर्कता एवं सावधानी बरतते हुए ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ पॉलिसी को प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए। उन्होंने प्रदेशवासियों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए कोरोना वैक्सीनेशन की कार्रवाई को और तेज किए जाने के निर्देश दिए हैं।मुख्यमंत्री जी आज वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 642 मामले प्रकाश में आए हैं। इसी अवधि में 1,231 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 12,243 है। वर्तमान में राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98 प्रतिशत है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में भी निरन्तर कमी देखी जा रही है। राज्य में पिछले 24 घण्टों में 3,05,731 कोविड टेस्ट किये गये हैं। इनमें कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 0.2 प्रतिशत रही है। राज्य में अब तक कुल 05 करोड़ 25 लाख 03 हजार 838 कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं।मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि उनके निर्देशानुसार निगरानी समितियों द्वारा स्क्रीनिंग के साथ ही, लक्षण युक्त तथा संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए निगरानी समितियों के पास पर्याप्त संख्या में मेडिसिन किट की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री जी ने बच्चों में वायरल बुखार आदि के लिए मेडिसिन किट तैयार किए जाने के सम्बन्ध में प्रगति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिया कि यह किट निगरानी समितियों को उपलब्ध करा कर 15 जून, 2021 से वितरण कराया जाए। मुख्यमंत्री जी को यह भी अवगत कराया गया कि ब्लैक फंगस के मरीजों को भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई दवाओं के अतिरिक्त, विशेषज्ञों के परामर्श के अनुसार वैकल्पिक दवाई भी उपलब्ध करायी जा रही है।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर के सुदृढ़ीकरण कार्य को गुणवत्तापरक तथा समय-सीमा में पूर्ण कराया जाए। इसके लिए कार्य की प्रगति की नियमित समीक्षा भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष बरसात का मौसम समय से कुछ पहले प्रारम्भ हो गया है। इससे इस मौसम में होने वाली इंसेफेलाइटिस, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया आदि संक्रामक बीमारियों की आशंका भी बढ़ गई है। इसके दृष्टिगत सभी सम्बन्धित विभागों एवं जनपदों के अधिकारियों की बैठक कर इन बीमारियों की रोकथाम के सम्बन्ध में कार्रवाई को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज काॅरपोरेशन द्वारा क्रय की जाने वाली दवाएं कम्पनी रेट पर ही खरीदी जाएं। उन्होंने कहा कि जनपदों में डायलिसिस की सुविधा को सुदृढ़ किया जाए।मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि राज्य में ऑक्सीजन की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता है। प्रदेश में ऑक्सीजन की डिमाण्ड निरन्तर कम हो रही है। विगत 24 घण्टों में राज्य में 325 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों तथा रीफिलर्स के पास पर्याप्त बैकअप के साथ ऑक्सीजन उपलब्ध है। राज्य में ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना की कार्यवाही की नियमित समीक्षा की जा रही है। प्रदेश में क्रियाशील, निर्माणाधीन एवं अनुमन्य कुल ऑक्सीजन संयंत्रों की संख्या बढ़कर अब 427 हो गई है, इनमें से 78 ऑक्सीजन संयंत्र कार्यशील हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपदों को उपलब्ध कराए गए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स तथा स्थापित हो रहे ऑक्सीजन संयंत्रों को निरन्तर कार्यशील बनाए रखने के लिए उनके रखरखाव की बेहतर व्यवस्था विकसित की जाए।मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि कोविड-19 के उपचार की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए उनके निर्देशों के अनुरूप निरन्तर कार्यवाही की जा रही है। कोविड बेड की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी की जा रही है। विगत दिवस प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों तथा अस्पतालों में कोविड 100 बेड की वृद्धि हुई है। इसमें आइसोलेशन एवं आई0सी0यू0 दोनों के बेड भी शामिल हैं। मानव संसाधन में भी लगातार वृद्धि की जा रही है। पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 (पीकू) तथा नियोनेटल आई0सी0यू0 (नीकू) के निर्माण का कार्य तेजी से प्रगति पर है। इस कार्य की नियमित समीक्षा भी की जा रही है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सूचना विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में जागरूकता के लिए सभी जनपदों में 2 से 3 एल0ई0डी0 प्रचार वैन की व्यवस्था की जाए। एल0ई0डी0 प्रचार वैन द्वारा शाम के समय में विभिन्न विभागों की उपलब्धियों के सम्बन्ध में फिल्म भी प्रदर्शित की जाए।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य बेहतर और प्रभावी ढंग से चल रहा है। राज्य में वैक्सीनेशन सेण्टर पर वेटिंग एरिया तथा ऑब्जरवेशन एरिया की व्यवस्था से वैक्सीनेशन के लिए आने वाले लोगों को अधिक समय तक इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन की कार्यवाही से आम जनमानस संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के कार्य की गुणवत्ता को इसी प्रकार बनाए रखते हुए टीकाकरण कार्य को गति दी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अधिक से अधिक प्रदेशवासियों को यथाशीघ्र वैक्सीनेट करने के लक्ष्य के साथ कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य किया जाए। बरसात में बाढ़ एवं विभिन्न बीमारियों की आशंका को देखते हुए वैक्सीनेशन का कार्य प्रभावित हो सकता है। इसके दृष्टिगत वैक्सीनेशन की कार्यवाही की गति अभी से बढ़ाकर रखनी होगी। माह जून, 2021 में प्रतिदिन औसतन 05 लाख वैक्सीन दी जानी चाहिए। माह जुलाई एवं अगस्त, 2021 में प्रतिदिन 10 लाख वैक्सीन एडमिनिस्टर करने का लक्ष्य होना चाहिए। 21 जून, 2021 के पश्चात 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए भी भारत सरकार द्वारा निःशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी। इस आयु वर्ग के वैक्सीनेशन के लिए राज्य सरकार द्वारा व्यवस्था की गई सभी वैक्सीन का 21 जून, 2021 तक उपयोग कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन की कार्यवाही में वेस्टेज को न्यूनतम रखने के हर सम्भव प्रयास किए जाने चाहिए।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य के सभी जनपदों में सुबह 7ः00 बजे से शाम 7ः00 बजे तक आंशिक कोरोना कफ्र्यू में छूट दी गयी है। छूट की अवधि में कोरोना गाइडलाइंस का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराया जाए। आंशिक कोरोना कफ्र्यू में छूट के दौरान लोग मास्क का इस्तेमाल और दो-गज की दूरी का पालन करें। छूट की अवधि में किसी भी स्थल पर अनावश्यक भीड़-भाड़ न हो। इसके लिए पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग की कार्यवाही को व्यापक रूप से बढ़ाया जाए। साथ ही, फुट पेट्रोलिंग भी की जाए। आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए।मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि सभी गेहूं क्रय केन्द्र व्यवस्थित एवं सुचारू ढंग से संचालित हैं। किसानों को नियमानुसार निर्धारित समय-सीमा में उनकी उपज के मूल्य का भुगतान कराया जा रहा है। खाद्यान्न वितरण का कार्य व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराया जा रहा है। खाद्यान्न वितरण ई-पॉस मशीनों के माध्यम से किया जा रहा है। औद्योगिक गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित हैं। औद्योगिक इकाइयों तथा संस्थानों में 1 लाख, 14 हजार से अधिक कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं। 2,719 कोविड केयर सेण्टर में 6,700 से अधिक बेड भी स्थापित हंै। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि सभी स्थापित कोविड हेल्प डेस्क तथा कोविड केयर सेण्टर निरन्तर संचालित रहने चाहिए।मुख्यमंत्री हेल्पलाइन का व्यापक उपयोग किए जाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस हेल्पलाइन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधानों, राशन दुकानदारों तथा नगरीय क्षेत्रों में पार्षदों से संवाद कर राशन वितरण, स्वच्छता, सैनिटाइजेशन की कार्यवाही, निगरानी समितियों के कार्यों, कोरोना टीकाकरण आदि के सम्बन्ध में व्यापक फीडबैक प्राप्त किया जाए। साथ ही, उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी तथा सुझाव भी प्राप्त किए जाएं।