लंबित मांगों को लेकर राजस्व कर्मियों ने दिया धरना

फतेहपुर। काफी समय से लंबित चल रही पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सिंचाई विभाग के राजस्व कर्मियों ने शनिवार अधिशाषी अभियंता कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया। तत्पश्चात नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के मुख्य सचिव को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपकर सभी लंबित मांगों को शीघ्र पूरा किए जाने की मांग की। मांग पूरी न होने की दशा में 23 नवंबर को लखनऊ में होने वाले धरना प्रदर्शन में भागीदारी निभाए जाने की चेतावनी दी है।सिंचाई संघ के प्रान्तीय उपाध्यक्ष सर्वेश कुमार की अध्यक्षता में धरना स्थल पर सभा का आयोजन हुआ। संचालन शाखा अध्यक्ष राम विशाल ने किया। धरने को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सेवा नियमावली 1953 एवं 1954 से परिवर्तित नहीं हुई है। जिससे हमारे रिक्त पदों पर भर्ती नहीं हो पा रही है। जिससे कर्मचारियों पर कई कर्मचारियों का अतिरिक्त कार्यों का संपादन किया जा रहा है। वेतन विसंगति 2011 में शासन द्वारा उत्पन्न कर दी गई है। जिसे समाप्त किया जाए तथा नलकूप चालक/सींचपाल को ग्रेड वेतन 2400 केबल-4 पर एवं सींच पर्यवेक्षक का ग्रेड वेतन 2800 केबल-5 में निर्धारित किया जाए। सभा को संबोधित करते हुए शाखा मंत्री संजय कुमार ने कहा कि यदि पांच सूत्रीय मांगों का निस्तारण तत्काल न किया गया तो 23 नवंबर को लखनऊ में होने वाले धरना-प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी भागीदारी करके अपनी आवाज उठाने का काम करेंगे। इस मौके पर मिनिस्ट्रीरियल अध्यक्ष राम किशोर, अध्यक्ष फेडरेशन शैलेष श्रीवास्तव, राज्य कर्मचारी महसंघ के अध्यक्ष कालीशंकर श्रीवास्तव, सिंचाई संघ अध्यक्ष जय प्रकाश यादव, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हंसराज यादव, राज्य कर्मचारी महासंघ के महामंत्री मनोज कुमार वर्मा, कार्यालय सचिव हिमांशु पांडेय, मंत्री मिनिस्ट्रीरियल शिव प्रसाद, प्रांतीय प्रचार मंत्री कुसुम तिवारी भी मौजूद रही।