सीडीओ ने की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा

देवरिया। मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार ने आज दिनांक 26.10.2021 को समस्त प्रकार के पेंशन, शादी अनुदान, स्वच्छ भारत मिशन, आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की । समीक्षा में वृद्धावस्था पेंशन में विकास खण्ड-बनकटा, भटनी, देसही देवरिया, लार, पथरदेवा, सलेमपुर एवं तरकुलवा में खण्ड विकास अधिकारी के पोर्टल पर सबसे अधिक आवेदन पत्र लम्बित हैं, जिन्हें 02 दिन के अन्दर निस्तारित करने के निर्देश दिये गये। वृद्धावस्था पेंशन में विकास खण्ड-पथरदेवा में सबसे अधिक प्रकरण लम्बित होने के कारण श्रीरामप्रकाश त्रिपाठी, सहायक विकास अधिकारी (स०क०), पथरदेवा को चेतावनी जारी किया गया। विकास खण्ड-बनकटा, भटनी, भाटपाररानी, देसही देवरिया, गौरीबाजार, पथरदेवा एवं सलेमपुर में वृद्धावस्था पेंशन की हार्ड कापी लम्बित पाये गये, जिन्हें आज दिनांक 26.10.2021 के सायं 7.00 बजे तक अनिवार्य रूप से हार्ड कापी जिला समाज कल्याण अधिकारी, देवरिया को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। शादी अनुदान में विकास खण्ड-भागलपुर, भाटपाररानी, गौरीबाजार, पथरदेवा, लार एवं तरकुलवा में सबसे अधिक शादी अनुदान के प्रकरण पोर्टल पर लम्बित हैं, जिसे 02 दिन के अन्दर पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। जिला समाज कल्याण अधिकारी, देवरिया को निर्देशित किया गया कि यदि 02 दिन के अन्दर लम्बित प्रकरण का निस्तारण नहीं होता है तो उस विकास खण्ड के खण्ड विकास अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान करने हेतु पत्रावली प्रस्तुत करेंगे। आंगनबाड़ी केन्द्र निर्माण में विकास खण्ड, लार, भागलपुर, तरकुलवा, भटनी, देसही देवरिया में अभी छत नहीं लगा है जिसे खण्ड विकास अधिकारियों को एक सप्ताह में पूरा करने के निर्देश दिये गये। सामुदायिक शौचालय में विकास खण्ड-भागलपुर, बनकटा, भटनी, भाटपाररानी, देसही देवरिया, गौरीबाजार, पथरदेवा, रामपुरकारखाना की जी०ओ०टैग में प्रगति बहुत ही खराब पाये जाने पर सहायक विकास अधिकारी (पं०) को प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान किया गया। निर्मित सामुदायिक शौचालयों को हस्तान्तरण एवं सामुदायिक शौचालयों में कार्य करने वाली. महिला समूह के सदस्य को मानदेय का भुगतान न किये जाने में विकास खण्ड-भटनी, बैतालपुर, सलेमपुर की प्रगति बहुत ही खराब है, जिनके सहायक विकास अधिकारी (पं०) को प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान किया गया। पंचायत भवन निर्माण के संबंध में खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि यह सुनिश्चित करें कि प्रति सप्ताह एक पंचायत भवन अवश्य पूर्ण हो ।