भारत में हॉरर फिल्मों पर ठीक से काम नहीं किया जाता

मुंबई । अभिनेता इमरान हाशमी अपनी आगामी फिल्म ‘डायब्बुक: द कर्स इज रियल की रिलीज के लिए तैयार हैं। अभिनेता हाशमी ने बताया कि भारत में हॉरर फिल्मों की गति अन्य शैलियों की तरह क्यों नहीं है। इमरान ने कहा कि ऐसा इसलिए है, क्योंकि यहां लोग शैली में कम काम करते है, इस पर रिसर्च कम की जाती है। बहुत से फिल्म निमार्ता कुछ नया और अलग करने की हिम्मत नहीं करते हैं, लेकिन जिस दिन से ये सब अच्छा किया जाएगा,तब ये फिल्में भी हिट होने लगेंगी। यह फिल्म इमरान की अपनी पसंदीदा शैली में वापसी का प्रतीक है क्योंकि वह निकिता दत्ता और मानव कौल के साथ प्रमुख भूमिकाओं में फिल्म का नेतृत्व करते नजर आएंगे। जय के. द्वारा अभिनीत यह फिल्म ब्लॉकबस्टर मलयालम फिल्म ‘एजरा’ की आधिकारिक रीमेक है। इस फिल्म के लिए टी-सीरीज और पैनोरमा स्टूडियो ने फिल्म के निर्माण के लिए हाथ मिलाया है। एक सवाल पर वह फिर से हॉरर फिल्म में अभिनय क्यों करना चाहते हैं, उन्होंने कहा कि ‘राज’ के बाद मैं इस शैली से विराम लेना चाहता था, लेकिन ‘डायब्बुक’ की कहानी और जिस तरह से जय ने इस कहानी का निर्माण किया है, उससे पता है कि वह वास्तव में हॉरर शैली को नया रूप देने के लिए उत्साहित है। इसलिए मैं इस शैली में फिर से काम करना चाहता था। ‘डायब्बुक’ 29 अक्टूबर को अमेजन प्राइम वीडियो पर प्रीमियर के लिए बिल्कुल तैयार है।