मुंबई । चर्चित फिल्म ‘इंडिया लॉकडाउन’ को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया है।इतना ही नहीं, बोर्ड ने फिल्म में 12 कट लगाने को भी कहा है। यह फिल्म बॉलीवुड के फेमस फिल्मकार मधुर भंडारकर ने बनाई है। मधुर भंडारकर यह फिल्म कोरोना वायरस की महामारी के दौरान शूट कर चुके हैं।इस फिल्म में 2020 में कोरोना को महामारी घोषित कर लगाए गए लॉकडाउन के दौर में लोगों की जिंदगी को दिखाया गया है।लॉकडाउन का लोगों की जिंदगी क्या प्रभाव पड़ा है, इसे मधुर भंडारकर ने 4 लोगों की कहानी के माध्यम से दिखाया है। सीबीएफसी ने स्पेशल ट्रैक में 12 कट लगाने को कहा है, जिसमें 2 विजुअल और 10 ऑडियो कट शामिल हैं।इसमें एक विजुअल पर इसलिए कट लगाने को कहा गया है क्योंकि उसमें फोन सेक्स का सीन दिखाया गया है.सेंसर बोर्ड ने जिस दूसरे सीन पर आपत्ति जताई है, वह भी यौनकर्मी से जुड़ा है।इस सीन में यौनकर्मी और ग्राहक के बीच शारीरिक संबंधों को दिखाया गया है।इसके अलावा बोर्ड ने जो 10 ऑडियो कट लगाए हैं, वे आपत्तिजनक भाषा के प्रयोग के कारण लगाए गए हैं।मधुर भंडारकर ने कहा है कि, ‘हम ‘ए’ सर्टिफिकेट को स्वीकार करने को तैयार हैं, लेकिन सेंसर बोर्ड ने जो कट बताए हैं वे सभी उस ट्रैक के हैं, जो कमाठीपुरा में एक सेक्स वर्कर की लाइफ में आम हैं।इसके अलावा बोर्ड ने भाषा में कुछ समस्या होने की बात कही है, लेकिन कहानी को प्रामाणिक बनाने के लिए ऐसी भाषा का जानबूझकर प्रयोग किया गया है।सेंसर बोर्ड के बताए गए सारे शब्दों और 2 विजु्अल को हटाने से कहानी का भाव और तत्व कम हो जाएगा।फिल्म को प्रामाणिक बनाए रखने के लिए ऐसे शब्दों और विजुअल का प्रयोग किया गया है।’जानकारी के अनुसार फिल्म में श्वेता बसु प्रसाद वह रोल कर रही हैं, जिसमें यौनकर्मियों की बहुत दयनीय स्थिति को दिखाया गया है।
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