लंदन । इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड का मानना है कह इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाली एशेज क्रिकेट सीरीज के लिए तेज गति से गेंदबाजी नहीं बल्कि लगातार दबाव बनाये रखने की रणनीति से ही लाभ होगा। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर कोहनी चोट के कारण पहले ही इस दौरे से बाहर हो गए हैं जबकि ओली स्टोन पीठ दर्द से परेशान हैं। ब्रॉड को चोट से उबरने के बाद कोच सिल्वरवुड ने टीम में जगह दी है। ऐसे समय में उनका यह बयान अहम माना जा रहा है। इससे साफ है कि वह अपनी लाइन व लैंथ पर ध्यान देंगे। उन्होंने कहा कि आठ दिसंबर से ब्रिस्बेन में शुरू होने वाली श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड के पास मुख्य योजना के अलावा दूसरी योजना भी है। ब्रॉड ने कहा, ‘मैं काफी अध्ययन कर रहा हूं और यह परखने की कोशिश कर रहा हूं कि पिछले छह वर्षों में ऑस्ट्रेलिया में दायें हाथ के गेंदबाजों के खिलाफ विकेट की दोनों ओर से गेंदबाजी पर बल्लेबाज कैसे आउट हुए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम अक्सर इंग्लैंड में बहुत तेज गति के बारे में बात करते हैं पर मैं जो महसूस कर रहा हूं वह उसके बारे में नहीं है। यह सही लाइन-लेंथ से गेंदबाजी के बारे में है।’ उन्होंने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों काइल एबॉट और वर्नोन फिलेंडर का शानदार रिकॉर्ड रहा हैं। इसका कारण यह है है कि ये दोनो ही स्टंप पर गेंदबाजी करते थे। इसी तरह आपको ऑस्ट्रेलिया में सफलता मिलती है। इसलिए गति को लेकर मैं परेशान नहीं हूं।’ आर्चर के नहीं होने से अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन गेंदबाजी आक्रमण की कमान संभालेंगे जिसमें मार्क वुड के रूप में केवल एक गेंदबाज होगा जो लगातार 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकता है।
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