चित्रकूट। धर्मनगरी में अन्याय और अत्याचार के प्रतीक रावण के पुतले का दहन व प्रभु श्रीराम के विजय के साथ विजया दशर्मी पर्व धूमधाम से मनाया गया। रामलीला में प्रभु श्रीराम ने रावण का वध कर असत्य पर सत्य की जीत दिखायी। इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था चाकचैबंद रही। कोरोना गाइड लाइन के अनुसार कार्यक्रम हुए।मुख्यालय के पुरानी बाजार में चल रही वर्षों पुरानी रामलीला में हजारों लोगों की भीड खचाखच भरी रही। ऐसे में पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। बांदा-चित्रकूट सांसद आरके सिंह पटेल, एएसपी शैलेन्द्र कुमार राय, पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्रा, पंकज अग्रवाले आदि ने राम-लक्ष्मण की आरती की। राम-रावण युद्ध का मंचन देख दर्शक रोमांचित रहे। अन्याय और अत्याचार के प्रतीक रावण को सत्य के प्रतीक श्रीराम के हाथों मारा गया। इसके बाद सेना के साथ पहुंचे श्रीराम ने रावण के पुतले में आग लगायी। आग लगते ही धू-धूकर रावण जला। दर्शकों ने जय श्रीराम के जयकारे लगाये। मौजूद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर दशहरा की बधाईयां दी। इसके साथ ही पान खिलाने का दौर शुरू हुआ। दशहरा मिलन समारोह कार्यक्रम आयोजित हुये। देर शाम तक मिलन समारोह चलता रहा। लोग एक-दूसरे के घर जाकर गले मिलकर दशहरा की बधाईयां दी। वहीं लोगों ने घरों में बने पकवान को खिलाया। इसी क्रम में राजापुर, मानिकपुर, मऊ, बरगढ़ आदि कस्बों में हर्षोल्लास के साथ दशहरा पर्व मनाया गया। देर शाम तक मेला में लोगों ने जमकर खरीददारी की। धुस मैदान में रामलीला कमेटी के व्यवस्थापक जुटे रहे।
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