बांदा। पहले ब्लड सेंपल लेने की जिद पर अड़े मेडिकल कालेज के एमबीबीएस छात्रों ने जमकर हंगामा किया। लैब टेक्नीशियन समेत दो लोगों के साथ न सिर्फ मारपीट की बल्कि लैब में खिड़की और दरवाजों के शीशें तोड़ दिए। खबर पाकर पुलिस तो मौके पर पहुंची, लेकिन कोई भी कार्रवाई करने से गुरेज किया। घायल लैब टेक्नीशियन समेत दोनो घायलों का जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया है। पुलिस ने घायलों के बयान दर्ज किए हैं।
घटना सोमवार सुबह की है। मेडिकल कालेज में तैनात लैब टेक्नीशियन प्रवीण पांडेय (28) पुत्र भगवानदास मरीजों का ब्लड सेंपल ले रहे थे। इसी दौरान एमबीबीएस छात्र वहां पर पहुंचे और जल्दी से ब्लड सेंपल पहले लेने की बात कही। लैब टेक्नीशियन ने कहा कि वह एक प्रसूता का ब्लड सेंपल लेने के बाद छात्रों का ब्लड सेंपल ले रहा है। इसी बात को लेकर एमबीबीएस छात्र आग बबूला हो गए और लैब टेक्नीशियन से अभद्रता करने लगे। देखते ही देखते छात्रों ने प्रवीण के साथ हाथापाई शुरू कर दी। पास में ही खड़े रजत (21) मेडिकल कर्मी ने लैब टेक्नीशियन को बचाने का प्रयास किया तो एमबीबीएस छात्रों ने उसके साथ भी जमकर मारपीट की, जिससे वह लहूलुहान हो गया। दोनो कर्मचारियों ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई। पीछा करते हुए छात्रों का हुजूम सेंटर लैब में जा घुसा और वहां पर खिड़की और दरवाजों में लगे कांच को तोड़ दिया। घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। लेकिन पुलिस भी मूकदर्शक बनी खड़ी रही। छात्र उपद्रव मचाते रहे। बमुश्किल किसी तरह मामले को शांत कराया गया। दोनो घायलों को जिला अस्पताल ले जाकर उनका मेडिकल परीक्षण कराया है। घटना की तहरीर पुलिस को दे दी गई है। सूचना पाकर अस्पताल पहुंची पुलिस ने घायल युवक के बयान दर्ज किए। इधर, घायल प्रवीण पांडेय ने आरोप लगाया है कि जब वह प्रिंसिपल कार्यालय पहुंचे तो वहां पर शिकायत करने के बावजूद प्रिंसिपल ने छात्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की। गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए उन्हें कार्यालय से बाहर कर दिया। प्रिंसिपल की कारगुजारी से खफा लैब टेक्नीशियन ने चेतावनी दी है कि अगर छात्रों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह सुसाइड करने को मजबूर होगा।