मुक्त विश्वविद्यालय में 2 वर्षीय आरोही ने योग में किया कमाल

प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मात्र दो वर्षीय बालिका आरोही का योग प्रदर्शन लोगों के लिए कौतूहल का विषय बना रहा। नन्ही बालिका बरबस ही लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचती रही। सैकड़ों लोगों की उपस्थिति से भरे त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र में मंचासीन कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह की निगाह उक्त बालिका पर पड़ी त़ो उन्होंने उस को मंच पर बुलाकर गोदी में उठा लिया। मंचासीन अतिथियों ने नन्ही बालिका को सम्मानित भी किया। कुलपति के ममत्व भाव को देख कर आरोही के माता पिता की खुशी का ठिकाना न रहा। आरोही अपने माता पिता के साथ नियमित योगाभ्यास करती रहती है। राज्यपाल सचिवालय के निर्देश पर मुख्य विश्वविद्यालय के अध्यापकों एवं कर्मचारियों के साथ उनके परिजन  भी योगाभ्यास में शामिल हुए।इस अवसर पर योग शिक्षक अमित कुमार सिंह, निकेत सिंह एवं अनुराग शुक्ला ने गायन वादन के साथ योगाभ्यास की विभिन्न क्रियाएं संपादित कराईं।त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र में आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति साधना ठाकुर, उच्च न्यायालय, इलाहाबाद ने कहा कि निरोगी काया ही सबसे बड़ा सुख है। निश्चित रूप से योग से केवल हमारा इलाज ही नहीं होता बल्कि हम किसी भी रोग का सामना सहज रूप से कर लेते  हैं। योग हमारे शरीर हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का विकास करता है जिसके फलस्वरूप साधारणतया कोई भी बीमारी हमें प्रभावित नहीं कर पाती।न्यायमूर्ति ठाकुर ने कहा कि छोटी सी उम्र से लेकर वृद्धावस्था तक योग करके लाभान्वित हुआ जा सकता है क्योंकि हर आसन का अलग-अलग असर होता है। इसलिए नियमित रूप से योगाभ्यास करना चाहिए।अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि योग हमें खुशहाली के रास्ते पर ले जाता है। योग हमें स्वयं से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि आज हर घर आंगन में योग हो रहा है। जब तन स्वस्थ होगा तो मन स्वस्थ होगा। मन के स्वस्थ होने पर  विचारों का आदान-प्रदान अच्छी तरह होगा।विशिष्ट अतिथि फाफामऊ विधानसभा क्षेत्र के विधायक गुरु प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में योग विश्व स्तर पर स्थापित हो चुका है एवं सद्विचारों का प्रवाह जनमानस में फैल रहा है। उन्होंने कहा कि योग आरोग्य का आधार है।प्रारंभ में स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर जी एस शुक्ल ने विषय प्रवर्तन तथा अतिथियों का स्वागत किया। संचालन डॉ मीरा पाल एवं धन्यवाद ज्ञापन कर्नल कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने किया।इसी कड़ी में विश्वविद्यालय की तरफ से टैगोर टाउन स्थित रविंद्र नाथ गौड़ आनंद वृद्धाश्रम में योग शिक्षक अनुराग शुक्ला के द्वारा वरिष्ठ जनों को योग जागरुकता से संबंधित सूक्ष्म व्यायाम, हास्य योग, प्राणायाम, ध्यान योग आदि का प्रशिक्षण दिया गया। इस  वृद्धाश्रम में महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ जन निवास कर रहे हैं। इस अवसर पर डॉ नीलम उपाध्याय एवं सुनील कुमार ने सहयोग किया।राज्यपाल सचिवालय के निर्देश पर मुख्यालय सहित प्रदेश के 12 क्षेत्रीय केंद्रों प्रयागराज, लखनऊ, बरेली, वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़, आगरा, कानपुर, झांसी, अयोध्या, नोएडा एवं मेरठ में विभिन्न स्थानों पर योगाभ्यास का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें लगभग 3000 प्रतिभागियों ने योगाभ्यास किया।