ट्रांसफार्मर जला,जनजीवन अस्त-व्यस्त

डीडीयू नगर – चौबीस घण्टे अबाधरूप से बिजली आपूर्ति देने  के   सरकारी फरमान को खुद बिजली विभाग ही पलीता लगा रहा है। कटियामार और बिजली बिल बकाया का हरदम रोना रोने वाले बिजली विभाग के अधिकारी  आम आदमी के विद्युत आपूर्ति पर किये गए सवाल को एक दूसरे की जिम्मेदारी कह कर मामला टाल जाते है।आस्था नगर , हिनौली के निवासी आये दिन ट्रांसफार्मर के जल जाने की समस्या से लगातार परेशान है। पावर हाउस , भोपौली से जुड़े आस्था नगर का हाल बेहाल है। कम क्षमता का ट्रांसफॉर्मर लगा होने से और बिजली उपभोक्ताओं की संख्या अधिक होने से लो बोल्टेज और आये दिन ट्रांसफार्मर के फूक जाने से पानी सहित बिजली सम्बंधित आवश्यक सेवा बुरी तरह प्रभावित है। सबसे बुरा हाल तो बीमार बूढ़े और बच्चों का है जिनको इस तपती गर्मी में राहत नही मिल पा रही है। इस समस्या की ओर उच्चाधिकारियों का लगातार ध्यान आकर्षित कराया जा रहा है । लेकिन एरिया के सम्बंधित जे ई फोन तक नही उठाते है। मजे की बात है कि आस्था नगर में ही नगरपालिका डीडीयू की भी बिजली सप्लाई है।अगल-बगल के घर मे किसी मे शहरी एरिया नगरपालिका की बिजली जलती है तो  बगल में ग्रामीण एरिया भोपौली का बिजली कनेक्शन है। इस सम्बंध में कहना है कि आस्था नगर ने ही यदि आपको नगरपालिका की बिजली चाहिए तो इसके लिए चंधासी विद्युत उप केंद्र में तैनात जे  ई की विशेष कृपा होनी चाहिए अन्यथा बिजली के लिए किया गया आवेदन नियम और दूरी का हवाला देते हुए निरस्त कर देते है। बिजली विभाग के इस दोहरे व्यवहार से नगरवसियो में भारी आक्रोश है।फिलहाल आये दिन आस्था नगर , हिनौली की बिलजी आपूर्ति व्यवस्था भगवान भरोसे है। नगरवासी दिनेश चन्द्र, अरविंद कुमार गौतम , विवेक यादव, राजेन्द्र चौधरी , सुरेश  विश्वकर्मा , स्वरू चौहान आदि लोगो ने आस्था नगर में लगे ट्रांसफार्मर को तत्काल बदलने और पच्चीस केबी के जगह डेढ़ सौ केबी का ट्रांसफार्मर लगाए जाने की मांग उच्चाधिकारियों से की है।