कथा श्रवण से जीवन में सुख शान्ति का होता है आगमन – मीरा समदर्शिनी

चहनियां। हनुमान गढी निधौरा नादी के ब्रह्मलीन महन्त मौनी बाबा के प्रथम पुण्य तिथि पर आयोजित साप्ताहिक कार्यक्रम में श्रीमद्भागवत कथा श्रवण कराते हुए बृन्दावन की कथा वाचिका मीरा समदर्शिनी ने भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप का दर्शन कराते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीला के माध्यम से समाज में फैले हुए अराजक तत्वों का नाश करके समाज में सुख शान्ति स्थापित किया। उन्होंने पुतना बध की कथा सुनाते हुए कहा कि पुतना एक मातृ शक्ति का रूप धारण करके बालक कृष्ण को स्तनपान कराया और फिर अपनी कुबुद्धि और आसुरी शक्ति के वश में होकर उन्हें मारने का प्रयास किया। भगवान ने भी मां के रूप का सम्मान करते हुए ही पुतना का अंत किया ।इसका तात्पर्य यह है कि समाज में बहरूपिये के रूप में ऐसे तत्व है जो दिखने में तो आप के हितैषी है लेकिन अपने विष बेल में फंसाकर लोगों का नुकसान करना चाहते है। उन्होंने कहा कलिकाल के प्रभाव को कम करने व घर में सुख शान्ति लाने के लिए कथा का श्रवण करना चाहिए।इस दौरान मुख्य रूप से आलोक प्रकाश यादव, दीपक पांडेय, अभय यादव पीके, अर्जुन यादव, अच्छेलाल यादव, विशाल पांडेय सहित सैकड़ो श्रोतागण उपस्थित रहे।